Copyright@PBChaturvedi प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ'

सोमवार, 25 जुलाई 2022

सत्य क्या है ये जानना होगा


सत्य क्या है ये जानना होगा ?

प्रश्न को यूँ न टालना होगा |

 

हम जहाँ रह रहे वहाँ हर पल,

साथ दुश्मन है मानना होगा |

 

जो दगा दे रहे हैं मुद्दत से,

दिल में रखना उन्हें मना होगा |

 

भाईचारा निभा रहे हैं हम,

मिल रहा क्या ये सोचना होगा ?

 

दिख रही है तुम्हें भले चिड़िया,

आँख पर लक्ष्य साधना होगा |

 

चिकनी-चुपड़ी बहुत हुई बातें,

होश अबसे संभालना होगा |

 

हम सहस्त्राब्दियों रहे सोए,

हिन्दुओं आज जागना होगा |

 

कैसे होगा वो आदमी बोलो ?

खून से हाथ जब सना होगा |

 

वीडियो भी सिहर गया देखो,

क़त्ल करते समय बना होगा |

 

हाँ ‘अनघ’ हैं सहिष्णु हम लेकिन,

जुल्म का बल से सामना होगा |

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